एक बार फिरसे जीएसटी बिल के आड़े आई मुश्किलें| अरुण जेटली वित्त मंत्री संशोधनों के लिए कल सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों से भेट करने वाले है, संसद में इसके एक दिन पहले सरकार और कांग्रेस के बीच इस विषय पर स्र्कावट नजर आने लगा है। जब इस पर दोनों पक्षों के बीच सहमति दिखने लगी थी तब ही यह रुकावट आ रही है|
सोमवार को कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि "सरकार जीएसटी पर आम सहमति बनाने और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर हमला करने का काम एक साथ कर रही है।" मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने कहा, "हम देश हित में सदन में सहयोग कर रहे हैं लेकिन राजनीतिक रूप से वे हमसे बदला रहे हैं।" कांग्रेस दरअसल नाराज है और चेतावनी दे रही है कि जीएसटी पर अपने लचीले रुख को छोड़कर फिर से सख्त रुख में आ जाएगी|
सरकार के साथ मानसून सत्र शुरू होने से पहले मतभेदों को दूर करने के लिए औपचारिक वार्ता भी हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ पिछले नवंबर के बाद यह पहली मीटिंग थी जिस पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया था।
इस मामले में पिछले सप्ताह दोनों पक्षों के बीच प्रगति दिखी और पास कराने के लिए पांच घंटे का समय आवंटित करने के मसले पर यह सहमति हुई। इस पर तारीख तय नहीं हुई थी। एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ''एक तो जीएसटी की ऊंची दरें और बड़े टैक्स बेस के कारण कीमतें बढ़ सकती हैं। उसी दौरान महत्वपूर्ण यूपी और गुजरात चुनाव होंगे।''