तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन, जो निलंबित सदस्यों में से एक हैं, ने दिन में कहा कि राज्यसभा सांसद गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और रात भर वहीं रहेंगे। सोमवार और मंगलवार को निलंबित किए गए 20 सांसदों में टीएमसी के सात, डीएमके के छह, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के तीन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के दो, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी के एक-एक सांसद शामिल हैं।
सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा, जिनका कोई सदस्य निलंबित नहीं है, भी विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल जहां सुबह अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं शाम तक ऐसा लग रहा था कि वे महंगाई के मुद्दे पर एक साथ आ गए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने विरोध प्रदर्शन स्थल का दौरा किया और कहा कि उनकी पार्टी अन्य विपक्षी दलों द्वारा आयोजित दिन-रात धरने का हिस्सा होगी।
उन्होंने बाद में रात में ट्वीट किया, कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी, सीपीएम और आप दोनों सदनों के सांसद संसद परिसर में बारी-बारी से 50 घंटे तक लगातार धरना दे रहे हैं। वे कीमतों में वृद्धि और खाद्य पदार्थों पर जीएसटी पर तत्काल बहस की मांग के लिए अपने निलंबन का विरोध कर रहे हैं। यूपीए की तुलना में मोदी सरकार के तहत सांसदों के निलंबन में 170% की वृद्धि हुई है। 24 सांसदों ने अकेले इस मानसून सत्र को निलंबित कर दिया है! उन्होंने कहा।
click and follow Indiaherald WhatsApp channel