एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आज के परीक्षणों के साथ, एटीजीएम की न्यूनतम से अधिकतम सीमा तक के लक्ष्य को सफलतापूर्वक स्थापित करने की क्षमता को सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है। मिसाइलों ने सटीकता से प्रहार किया और दो अलग-अलग रेंज में लक्ष्यों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। टेलीमेट्री सिस्टम ने मिसाइलों के संतोषजनक उड़ान प्रदर्शन को रिकॉर्ड किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लेजर गाइडेड एटीजीएम के सफल प्रदर्शन के लिए डीआरडीओ और भारतीय सेना की सराहना की है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने भी लेजर-निर्देशित एटीजीएम के परीक्षण फायरिंग से जुड़ी टीमों को बधाई दी।
ऑल-इंडिजिनस एटीजीएम एक्सप्लोसिव रिएक्टिव आर्मर (ईआरए) संरक्षित बख्तरबंद वाहनों को हराने के लिए एक टेंडेम हाई एक्सप्लोसिव एंटी-टैंक (हीट) वारहेड का इस्तेमाल करता है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, एटीजीएम को मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च क्षमता के साथ विकसित किया गया है और वर्तमान में एमबीटी अर्जुन की 120 मिमी राइफल्ड गन से तकनीकी मूल्यांकन परीक्षण चल रहा है।
click and follow Indiaherald WhatsApp channel