हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को सिंघू सीमा पर हत्या को लेकर चंडीगढ़ में अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल और राज्य के गृह सचिव उपस्थित थे। दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सिंघू में शुक्रवार को एक 35 वर्षीय व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उसका एक हाथ और पैर काट दिया गया था और उसे किसानों के विरोध स्थल के पास पुलिस बैरिकेड्स से बांध दिया गया था।

मृतक की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, लखबीर दलित समुदाय से थे और उनका कोई आपराधिक इतिहास या राजनीतिक जुड़ाव नहीं था। एक निहंग समूह, निर्वैर खालसा-उड़ना दल ने शुक्रवार को उस व्यक्ति की हत्या की जिम्मेदारी ली है। समूह ने कहा कि उसे कथित तौर पर 'अपवित्रता' करने के लिए मार दिया गया था।

इसके बाद निहंग समुदाय के एक सदस्य सर्वजीत सिंह ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और हत्या की जिम्मेदारी ली। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। निर्वैर खालसा-उड़ना दल के बलविंदर सिंह ने कहा कि वह आदमी कुछ दिन पहले उनके पास आया था। बलविंदर सिंह ने कहा, उसने हमारे शिविर में सेवा की और हमारा विश्वास जीता। प्रकाश प्रार्थना से पहले उसने पवित्र ग्रंथ को ढंकने के लिए कपड़ा हटा दिया और पोथी साहिब का अपमान किया, बलविंदर सिंह ने कहा।

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