मुख्यमंत्री के तौर पर सिंह के कार्यकाल का जिक्र करते हुए गांधी ने उनका नाम लिए बगैर कहा, यह सच है कि यहां पांच साल हमारी सरकार रही, यह भी सच है कि उस सरकार में कुछ खामियां थीं। वह सरकार पंजाब से चलना बंद हो गई। वह सरकार दिल्ली से चलने लगी और वह भी कांग्रेस द्वारा नहीं बल्कि भाजपा और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा।
कांग्रेस महासचिव ने भाजपा और अमरिंदर सिंह की नई पार्टी, पंजाब लोक कांग्रेस के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा, वह छिपा हुआ गठजोड़ आज खुलकर सामने आ गया है। इसलिए हमें उस सरकार को बदलना पड़ा। यह पहला मौका है जब गांधी परिवार से किसी ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन पर चुप्पी तोड़ी है।
गांधी परिवार के लंबे समय से वफादार रहे अमरिंदर सिंह ने पिछले साल सितंबर में राज्य के कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ सत्ता के टकराव के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
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