
रॉबर्ट वाड्रा ने क्या कहा?
वाड्रा ने कहा, "मुझे इस आतंकी हमले से गहरा दुख है। यह आतंकवाद का अमानवीय चेहरा है। लेकिन हमें यह भी देखना होगा कि क्यों कुछ लोग अल्पसंख्यकों को असहज महसूस करवा रहे हैं। यह सरकार बार-बार हिंदुत्व की बात करती है, जिससे देश में एक तरह की दरार बन गई है।"
उन्होंने आगे कहा, "यदि आतंकवादी पहचान पूछकर लोगों को मार रहे हैं, तो इसका मतलब है कि उन्हें यह यकीन दिलाया गया है कि हिंदू मुसलमानों के लिए खतरा हैं। यह एक बेहद खतरनाक मानसिकता है। यह पीएम के लिए एक मैसेज है कि अल्पसंख्यक खुद को असुरक्षित मान रहे हैं।"
विवाद बढ़ने के आसार
वाड्रा का यह बयान ऐसे समय आया है जब देश शोक और आक्रोश में डूबा हुआ है। हमले में 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें महिलाएं, बच्चे, और एक नौसेना अधिकारी शामिल हैं। ऐसे में वाड्रा का यह राजनीतिक बयान सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने वाला माना जा सकता है।
हमला कैसे हुआ था?
मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे, चार आतंकी पास की पहाड़ियों से उतरकर बैसरन घाटी में घुसे। उन्होंने पहचान पूछकर पर्यटकों को अलग किया—महिलाओं और बच्चों को एक तरफ और पुरुषों को दूसरी तरफ कर दिया। इसके बाद आतंकियों ने AK-47 और M-14 राइफल से अंधाधुंध फायरिंग की, जो करीब 5 मिनट तक चली। हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं।
वाड्रा के बयान पर अब राजनीतिक तूफान खड़ा होने की संभावना है, और सत्ताधारी दल सहित कई संगठन इस पर तीखी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।