विमान में आवश्यकता के अनुसार 60 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री शामिल होगी। रक्षा अधिकारियों ने कहा कि ये भारतीय वायुसेना के सबसे आधुनिक सुखोई विमान होंगे जो कई भारतीय हथियारों और सेंसर से लैस होंगे। रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने लगभग 45,000 करोड़ रुपये के नौ पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) प्रदान की है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि 15 सितंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई।
ये सभी खरीद भारतीय विक्रेताओं से खरीदें (भारतीय-स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित (आईडीएमएम)/खरीदें (भारतीय) श्रेणी के तहत की जाएंगी, जिससे भारतीय रक्षा उद्योग को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में पर्याप्त बढ़ावा मिलेगा।
मंत्रालय ने कहा कि डीएसी ने भारतीय नौसेना के लिए अगली पीढ़ी के सर्वेक्षण जहाजों की खरीद को भी मंजूरी दे दी है, जिससे हाइड्रोग्राफिक संचालन करने में इसकी क्षमताओं में काफी वृद्धि होगी। डीएसी ने भारतीय वायु सेना के प्रस्तावों के लिए एओएन को भी मंजूरी दे दी जिसमें संचालन के लिए सटीकता और विश्वसनीयता में सुधार के लिए डोर्नियर विमान का एवियोनिक अपग्रेडेशन शामिल था।
click and follow Indiaherald WhatsApp channel