रामदेव ने संशोधित नागरिकता कानून का जोरदार समर्थन करते हुए कहा, 'जिन लोगों को सीएए का फुल फॉर्म तक नहीं पता है, वे आज इस विषय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिये अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री खुद कह चुके हैं कि यह कानून किसी व्यक्ति की नागरिकता छीनने के लिये नहीं, बल्कि नागरिकता देने के लिये बनाया गया है। फिर भी लोग आग लगाये जा रहे हैं।'
इससे पहले छपाक की निर्देशक मेघना गुलजार ने दीपिका के जेएनयू जाने के फैसले को निजी बताया था। उन्होंने दर्शकों अनुरोध किया कि वे नजरिया बदलें और तेजाब हमले की शिकार लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर फिल्म बनाने के कारण को देखें। मेघना ने कहा, 'हमें निजी और पेशेवर जीवन को अलग करने में सक्षम होना चाहिए। कोई अपनी निजी जिंदगी में क्या करता है और पेशेवर की तरह फिल्म में क्या करता है, उसे अलग-अलग देखना चाहिए।'