नयी दिल्‍ली। मोबाइल फोन पर इनकमिंग कॉल की घंटी अब अधिकतम 30 सेंकेंड और लैंडलाइन पर अधिकतम 60 सेकेंड तक बजेगी। ऐसा दूरसंचार नियामक TRAI ने शुक्रवार को फैसला किया है। ट्राई ने द स्‍टैंडर्ड्स ऑफ क्‍वालिटी ऑफ सर्विस ऑफ बेसिक टेलीफोन सर्विस (वायरलाइन)और सेलुलर मोबाइल टेलीफोन सर्विस (सेवंथ एमेंडमेंट) रेगुलेशन 2019 जारी कर दिया है।


ट्राई ने बेसिक टेलीफोन सर्विस और मोबाइल टेलीफोन सर्विस के लिए सर्विस की गुणवत्ता नियमों में सुधार करते हुए कहा कि अगर कोई इनकमिंग कॉल को काटा या उठाया न जाए, तो मोबाइल पर घंटी अधिकतम 30 सेंकेंड और बेसिक टेलीफोन (लैंडलाइन) पर 60 सेकेंड बजेगी।


हालांकि, दूरसंचार कंपनियों ने पहले ही अपना खर्च घटाने के लिए इनकमिंग कॉल का रिंग टाइम घटा दिया था. ऐसा दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने पर होता था। लेकिन, अब अगर आप एयरटेल के कस्‍टमर हैं और वोडाफोन या दूसरे किसी नेटवर्क पर कॉल करेंगे तो रिंग 30 सेकंड बजेगी।


आपको बता दें कि एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने अपने नेटवर्क से बाहर जाने वाली कॉल पर रिंग टोन का समय घटाकर 25 सेकंड कर दिया था, जो आमतौर पर 40 से 45 सेकंड होता था. इसके पीछे मकसद कॉल जुड़े रहने के समय के मुताबिक उस पर लगने वाले इंटरकनेक्ट उपयोग शुल्क (IUC) की लागत घटाना है।


भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने IUC मामले में जबरदस्‍त कम्‍पीटीशन में उलझीं दूरसंचार कंपनियों से किसी समाधान पर पहुंचने के लिए कहा था. उनसे बातचीत के बाद ट्राई ने निर्देश जारी किए हैं।


क्‍या है IUC

IUC किसी एक नेटवर्क को दूसरे नेटवर्क पर दी जाने वाली सेवाओं पर दिया जाता है। इसमें जिस नेटवर्क से कॉल की जाती है वह कॉल पहुंचने वाले नेटवर्क को यह शुल्क अदा करता है। अभी इसकी दर 6 पैसा प्रति मिनट है। एयरटेल ने ट्राई को इसके बारे में बता दिया है। वोडाफोन आइडिया ने भी चुनिंदा परिक्षेत्रों में फोन की घंटी बजने की अवधि घटाने का निर्णय किया है।


मिस्‍ड कॉल बढ़ेंगी
जानकारों का कहना है कि इससे ग्राहकों की परेशानी बढ़ेगी. अगर फोन 30 सेकंड में नहीं उठा तो इससे मिस्‍ड कॉल बढ़ेंगी।



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