बेंगलुरु के एक बस कंडक्टर ने नौकरी के साथ-साथ रोज 5 घंटे पढ़ाई करके यूपीएससी परीक्षा पास की है। 29 साल के मधु एनसी बीएमटीसी में बस कंडक्टर हैं। उन्होंने यूपीएससी की प्री और मेन्स परीक्षा पास कर ली है और 25 मार्च को इंटरव्यू देने वाले हैं। मधु के परिवार में एक भाई, भाभी और माता-पिता हैं। मधु की मां को यूपीएससी का मतलब या इसका रुतबा नहीं पता है लेकिन बेटे की इस सफलता पर वह भी बहुत खुश हैं।

 

 

मधु 2014 में कर्नाटक प्रशासनिक सेवा परक्षी में फेल भी हो चुके हैं। 2018 की यूपीएएसी परीक्षा में भी वह सफलता हासिल नहीं कर पाए, लेकिन उनके हौसले नहीं टूटे। उन्होंने बताया कि वह रोज कम से कम पांच घंटे पढ़ते रहे हैं।

 

 

आईएएस अधिकारी की मदद से पढ़ाई की

मधु का यह सफर काफी कठिन रहा है। वह रोज आठ घंटे कंडक्टर का कम करते हैं। दिनभर खड़े रहकर टिकट बांटना, भीड़ में सवारियों को बुलाना और यह सुनिश्चित करना कि कोई यात्री बेटिकट ना रहे, ये काम काफी थका देने वाले हैं। इस सबके बावजूद मधु ने नौकरी नहीं छोड़ी है।

 

 

उनका कहना है कि इंटरव्यू क्लियर करके वह अपने वर्तमान बॉस यानी बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की मैनेजिंग डायरेक्टर आईएएएस सी शिखा जैसा बनना चाहते हैं। सी शिखा के बारे में मधु बताते हैं, 'वह मेरी काफी मदद कर रही हैं। मेन्स परीक्षा के लिए वह हर हफ्ते मुझे दो घंटे के लिए पढ़ाती रही हैं कि परीक्षा में आंसर कैसे लिखे जाएं। अब वह मुझे इंटरव्यू के लिए भी तैयार कर रही हैं।' मधु के लिए यह सब पहली बार नहीं हुआ है। 

 

 

पॉलिटिकल साइंस विषय में दी मेन्स परीक्षा 
पिछले साल प्री-परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद ही मधु ने मेन्स के लिए दम लगाकर पढ़ाई की। मेन्स परीक्षा के लिए मधु ने पॉलिटिकल साइंस, इंटरनेशनल रिलेशन्स, एथिक्स, लैंग्वेज के साथ-साथ कई अन्य विषयों की जमकर पढ़ाई की। उन्होंने मेन्स परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन्स को चुना। उन्होंने प्री-परीक्षा तो कन्नड़ में दी थी लेकिन मेन्स उन्होंने अंग्रेजी में लिखा।

 

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