दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बताया कि जनमत लेने और विद्वानों से सलाह लेने के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि आज सूर्यास्त से 30 जून तक, जामा मस्जिद में कोई भी सामूहिक प्रार्थना नहीं की जाएगी। इमाम ने बताया कि दिल्ली में जिस तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उन्हें देखते हुए जामा मस्जिद को 30 जून तक बंद रखने का फैसला किया गया है। 30 जून तक सीमित संख्या में लोगों को जामा मस्जिद में प्रवेश की इजाजत होगी। आम मनाजियों के लिए मस्जिद बंद रहेगी। शाही इमाम ने तब तक लोगों से घर पर ही नमाज पढ़ने की गुजारिश की है।
दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बताया कि जनता की राय लेने और विद्वानों से सलाह लेने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि आज से लेकर 30 जून तक जामा मस्जिद में नमाज के लिए कोई सार्वजनिक सभा नहीं होगी। सिर्फ कुछ लोग मस्जिद में दिन में पांच बार की नमाज अदा करेंगे। मस्जिद आम नमाजियों के लिए बंद रहेगी।
रोजाना कोविड-19 संक्रमण के औसतन 1250 नये मामले आने के साथ ही दिल्ली में एक जून से महज आठ दिन में 10,000 और मामले जुड़ गये जबकि पहले 10,000 तक मामले पहुंचने में 79 दिन लगे थे। दिल्ली सरकार द्वारा प्रदत्त आंकड़े के विश्लेषण से यह बात सामने आयी है। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 13 दिनों में 10,000 से 20,000 हुए थे। दिल्ली में इस संक्रमण का पहला मामला एक मार्च को सामने आया था जब पूर्वी दिल्ली का एक व्यापारी इटली से लौटने के बाद कोविड-19 संक्रमित पाया गया। दिल्ली सरकार के आंकड़े दर्शाते हैं कि अठारह मई तक राष्ट्रीय राजधानी में रोजाना औसतन करीब 127 नये मरीज सामने आने के साथ कोविड-19 के कुल मामले 10,054 हो गये थे। अगले 13 दिनों में यह आंकडा 19,844 हो गया। जिन मरीजों की इस महामारी से जान गयी उनकी संख्या भी 18 मई के 160 से करीब तीन गुणा बढ़कर 31 मई को 473 हो गयी। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामले 29,943 पर पहुंच गये थे और इस बीमारी से 874 लोगों की जान चली गयी थी। अगले दिन कुल मामले 30,000 के पार चले गये और मौत का आंकड़ा 905 तक पहुंच गया।
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