
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), तीनों सेनाओं के प्रमुख, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल हुए।
सेना प्रमुखों ने दी पूरी जानकारी
इस बैठक में थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने रक्षा मंत्री को जम्मू-कश्मीर, विशेषकर पहलगाम क्षेत्र की मौजूदा सुरक्षा स्थिति की विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और सघन सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि हमलावरों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
प्रधानमंत्री करेंगे CCS की अध्यक्षता
इस हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें देश की सुरक्षा से जुड़े बड़े फैसले लिए जाएंगे। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजीत डोभाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
26 लोगों की जान गई
गौरतलब है कि पहलगाम के बैसरन वैली में हुए इस आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें एक नवविवाहित नौसेना अधिकारी, पर्यटक और स्थानीय लोग शामिल हैं। तीन आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर टारगेट करके गोलीबारी की थी। इनमें से दो आतंकी विदेशी नागरिक बताए जा रहे हैं।
गृहमंत्री पहुंचे घटनास्थल
हमले के अगले दिन गृहमंत्री अमित शाह ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, "यह हमला कायरता की निशानी है। जो लोग मारे गए हैं, उन्हें इंसाफ जरूर मिलेगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं होगा।"
सरकार का रुख साफ है—अब आतंकियों को हर हाल में जवाब मिलेगा।