मद्रास उच्च न्यायालय ने दिवंगत जे. जयललिता के जीवन पर आधारित वेब सीरीज क्वीन और फिल्म थलाइवी के खिलाफ दायर याचिका पर मेकर्स के खिलाफ नोटिस जारी किया है। इससे पहले न्यायाधीश न्यायमूर्ति सेंथिल कुमार राममूर्ति ने 11 दिसंबर को वेब धारावाहिक और फिल्म की रिलीज पर कोई रोक लगाने से इनकार कर दिया था। लेकिन इस फैसले को जे. जयललिता की भतीजी जे दीपा ने चुनौती दी थी जिसके बाद मद्रास उच्च न्यायालय ने दो सप्ताह के भीतर नोटिस वापस करने का आदेश दिया है।


हालांकि इससे पहले जे. जयललिता के जीवन पर आधारित वेब सीरीज “क्वीन” रिलीज हो गई थी इसी पर उनकी भतीजी दीपा ने आपत्ति जताई थी। उच्च न्यायालय में दायर अपील में दीपा ने कहा कि उन्हें जयललिता के जीवन पर बनी वेब सीरीज देखने का अवसर मिला उन्होंने कहा कि वो यह जानकर हैरान थीं कि मेकर्स ने सीरियल में कई जगह उनकी स्वर्गीय चाची जयललिता को बुरी रोशनी में चित्रित किया था।


इससे पहले दायर याचिका में दीपा ने कहा था कि मेकर्स को कोई इस चीज के लिए कोई भी कानूनी अधिकार नहीं है कि बिना सहमति के वे सार्वजनिक रूप से या निजी तौर पर जे. जयललिता के जीवन को प्रदर्शित करें, प्रकाशित करें या उसका विज्ञापन करें या अपने उत्पाद को बेचने की कोशिश करें।


बता दें कि ए.एल विजय के निर्देशन में बनने वाली इस फिल्म में कंगना रनौत तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के किरदार में नजर आने वाली हैं। इस बायोपिक का नाम तमिल में ‘थलाइवी’ और हिंदी में ‘जया’ रखा गया है। ये फिल्म 26 जून 2020 को रिलीज होनी है। कंगना इस फिल्म के लिए काफी मेहनत कर रही हैं जयललिता के किरदार को निभाने के लिए कंगना ने प्रोस्थेटिक मेकअप मेज़रमैंट करवाया था जिसमें उनके पूरे चेहरे पर हरे रंग का लेप लगा हुआ था जिसके चलते उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत हुई थी।

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