गुजरात में नवरात्रि के अवसर पर होने वाले गरबा आयोजनों पर रोक लगाते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा, "कोरोना वायरस के बढ़ते हुए मामलों को मद्देनज़र रखते हुए इस साल नवरात्री के आयोजनों पर रोक लगाना उचित है।" उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार समारोहों के बजाए लोक स्वास्थ्य को अधिक प्राथमिकता देती है।


राज्य सरकार ने कहा है कि व्यावसायिक गरबा आयोजनों के साथ-साथ आवासीय सोसाइटियों में होने वाले गरबा आयोजनों की भी इजाजत नहीं दी जाएगी। रूपाणी ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘गुजरात के लोगों के लिए नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस समय लोग गरबा का बेसब्री से इंतजार करते हैं। लेकिन इस बार हालात अलग हैं। पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ रही है। हम भी इस महामारी से लड़ रहे हैं। लोक स्वास्थ्य पर विशेष जोर देते हुए हमने इस बार नवरात्रि आयोजनों की अनुमति नहीं दी है।’’

इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि लोक स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है और हमें सुनिश्चित करना होगा कि कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अब तक हमने जो प्रयास किए हैं वे बेकार न जाएं।’’ मुख्यमंत्री ने लोगों से सहयोग करने की अपील की और उम्मीद जताई कि वे हालात की गंभीरता को समझेंगे।

गुजरात में 15 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के कुल 1,56,283 मामले थे और अब तक यहां 3,609 संक्रमितों की मृत्यु हो चुकी है।

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