गुरुवार को रंगोली चंदेल ने फोर्ब्स इंडिया की उस लिस्ट पर सवाल उठाए थे, जिसमें कंगना रनोट को 2019 की 70वीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली सेलेब्रिटी बताया गया है। रंगोली ने सवाल उठाया कि कंगना खुद उनकी इनकम के बारे में नहीं जानतीं, फिर फोर्ब्स को यह जानकारी कैसे मिली। रंगोली के मुताबिक, लिस्ट में दिखाई गई कंगना की सालाना कमाई 17.5 करोड़ रुपए है। जबकि वे इससे ज्यादा तो टैक्स भर देती हैं। इस मामले में दैनिक भास्कर ने पक्षों से बात की और उनका तर्क जानना चाहा।
'कंगना की ब्रांड वैल्यू खराब करने की साजिश'
कंगना के करीबियों ने बताया, "फोर्ब्स ने कमाई का आंकड़ा छापने से पहले हमसे किसी तरह का संपर्क नहीं किया। एक अभिनेता के पीआर के इशारे पर उन्होंने कंगना की ब्रांड वैल्यू खराब करने के लिए उन्हें 70वें पायदान पर रखा।"
'एक्टर्स फेक फिगर्स करवाते हैं लिस्ट में शामिल'
कंगना के करीबी आगे कहते हैं, "इतना ही नहीं, एक्टर्स खुद भी इरादतन फोर्ब्स को फेक फिगर्स बताकर लिस्ट में नाम शामिल करवाते रहते हैं। ताकि उनकी फिल्मों और विज्ञापनों की फीस बढ़ती रहे। इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स बढ़ते रहें। उसे देख ज्यादा से ज्यादा ब्रांड्स अपने प्रोडक्ट की एंडोर्समेंट के लिए उनसे करार कर सकें। ब्रांड एंडोर्समेंट का सीधा संबंध इंस्टाग्राम पर फैंस की तादाद से भी तय होता है। तकनीकी तौर पर देखा जाए तो फोर्ब्स के पास इनकम कैलकुलेट करने का फुलप्रूफ सिस्टम नहीं है। अंदाज के आधार पर वे इसे तय करते हैं।"
रंगोली के दावों पर कुछ नहीं कहना : फोर्ब्स
कंगना के करीबियों के आरोपों पर दैनिक भास्कर ने फोर्ब्स के अधिकारियों का पक्ष जाना। मैगजीन के एसोसिएट एडिटर सलिल पंचाल ने कहा, "रंगोली के दावों पर हमें कुछ नहीं कहना। लिस्ट जारी करने से पहले हमने कंगना को मेल किया था। रहा सवाल सबूत देने का, तो हम वह नहीं दे सकते। हम स्टार्स के टोटल नेटवर्थ और पर्सनल एसेट के आधार पर कमाई की गणना नहीं करते। हमारा आधार एंडोर्समेंट से होने वाली कमाई है। वह भी एक खास समयावधि में मिलने वाले एंडोर्समेंट से। फिर उन एंडोर्समेंट की तादाद से हम रैंकिंग तय करते हैं।"
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