समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राजपक्षे ने केलानिया मंदिर में एक भव्य समारोह में शपथ ली।
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के बाहरी इलाके में स्थित इस बौद्ध मंदिर में हुए समारोह में राजनयिक समुदाय, सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के विधायक मौजूद थे। राजपक्षे की पार्टी ने 5 अगस्त के चुनाव में 225 में से 145 सीटें जीतीं थीं। उनका नया मंत्रिमंडल इसी सप्ताह के अंत में शपथ लेगा। चुनाव आयोग के अनुसार, पिछले बुधवार को आयोजित हुए संसदीय चुनाव श्रीलंका के अब तक के इतिहास में सबसे अधिक शांतिपूर्ण तरीके से हुए और इसमें 71 प्रतिशत मतदाताओं ने हिस्सा लिया।
बता दें कि कोविड-19 प्रकोप के चलते ये चुनाव बेहद सख्त स्वास्थ्य दिशानिर्देशों के तहत आयोजित किए गए थे। देश में अभी तक 2,800 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे के अनुसार 20 अगस्त को नई संसद बुलाई जाएगी।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ऐसे विदेशी नेता थे जिन्होंने अपने श्रीलंकाई समकक्ष महिंदा राजपक्षे को उनकी शानदार जीत के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने तथा विशेष संबंधों कोई नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए काम करेंगे। राजपक्षे ने इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया, ‘फोन पर बधाई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आपका शुक्रिया। श्रीलंका के लोगों के समर्थन के साथ, दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को उत्साहित हूं। श्रीलंका और भारत अच्छे मित्र और सहयोगी हैं।’
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