भारत ने अब तक मेगा स्पोर्टिंग इवेंट में दो पदक - 1 रजत और 1 कांस्य - जीता है। मौजूदा विश्व चैंपियन पीवी सिंधु ने रविवार को चीन की ही बिंग जिओ को हराकर लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीता। 26 वर्षीय भारतीय ने रविवार को बैडमिंटन का महिला एकल कांस्य पदक जीतने के बाद सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में अपना नाम दर्ज कर लिया और पांच साल पहले रियो डी जनेरियो में जीते रजत पदक में इजाफा किया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला और देश की दूसरी खिलाडी बनीं।
सिंधु से पहले भारोत्तोलक सैखोम मीराबाई चानू ने 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था।
पीएम मोदी खेलों में भारत के प्रदर्शन को करीब से देख रहे हैं। इससे पहले आज, उन्होंने विश्व चैंपियन बेल्जियम के खिलाफ टीम की हार के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने मंगलवार को टोक्यो 2020 ओलंपिक सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन बेल्जियम के खिलाफ हार का सामना करने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के प्रयासों की प्रशंसा की। मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम ने दो दिन पहले इतिहास रच दिया था जब वह 49 साल में पहली बार किसी ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी। भारत के पास अभी भी पदक जीतने का मौका है क्योंकि उसे आज बाद में खेले जाने वाले ऑस्ट्रेलिया बनाम जर्मनी मैच के हारने वालों के खिलाफ कांस्य पदक मैच खेलने को मिलेगा।
13 जुलाई को पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए टोक्यो ओलंपिक के लिए जानेवाले भारतीय दल से भी बातचीत की थी। अनौपचारिक बातचीत के दौरान, उन्होंने एथलीटों की सराहना की और उनके परिवारों को उन सभी कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद दिया जो वे देश के लिए कर रहे हैं। "एथलीट नए भारत को दर्शाते हैं और देश के भविष्य का प्रतीक हैं," पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा था।
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