प्रधानमंत्री ने दावा किया, यह भारत के मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल के कारण है। उन्होंने आगे कहा कि भारत के लिए आशावाद उसके मजबूत लोकतंत्र, युवा जनसांख्यिकी के साथ-साथ राजनीतिक स्थिरता के कारण है। उनके अनुसार, ये कारक देश को ऐसे फैसले लेने में मदद करते हैं जो ईज ऑफ लिविंग के साथ-साथ ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ाते हैं।
आईएमएफ भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है, जबकि विश्व बैंक का कहना है कि भारत कई अन्य देशों की तुलना में वैश्विक विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है। जब हम एक विकसित भारत की बात करते हैं, तो यह सिर्फ हमारी अभिव्यक्ति नहीं है, बल्कि यह हर भारतीय का संकल्प है, पीएम मोदी ने टिप्पणी की।
उन्होंने आगे रेखांकित किया कि भारत 2014 से सुधार, परिवर्तन और प्रदर्शन के मार्ग पर है और आत्मानिर्भर भारत अभियान ने इसे अधिक गति प्रदान की है।
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