अमिताभ बच्चन का कहना है कि उनके बेटे अभिषेक बच्चन के जन्मदिन और एक पारिवारिक विवाह समारोह के बावजूद एक तरह की उदासी छाई हुई है। उनके मुताबिक, इसकी वजह परिवार में हुई कुछ मौतें और दूसरे सदस्यों की खराब सेहत है। बिग बी ने यह दर्द अपने ब्लॉग में बयां किया है। उन्होंने लिखा है कि वे परिवार में हाल ही में हुई मौतों से परेशान हैं। अमिताभ बच्चन की समधन और उनकी बेटी श्वेता नंदा की सास रितु नंदा का निधन पिछले महीने हुआ था।

उन्हें याद करते हुए अपने ब्लॉग में अमिताभ ने लिखा है, "परिवार में हाल ही में हुई मौतों को लेकर परेशान हूं। दूसरों की सेहत और सारी अनिश्चितताएं आपको जकड़कर में लेकर ऐसी स्थिति में पहुंचा देती हैं, जहां आपकी उदासी का स्तर अचानक बढ़ जाता है और आप खुद को कुछ भी करने में असमर्थ पाते हैं। ऐसी स्थिति में सबसे आसान काम भी बेहद मेहनत वाले और छोड़ने लायक लगने लगते हैं। जब मन अनुपातों के घेरे में रहता है तो वे ही समझ सकते हैं, जो इससे गुजर चुके होते हैं। जब दिमाग इन सब से निकलना चाहता है और एक ऐसे कैनवास में चला जाता है, जिसका सुरक्षा मुलायम रबर से बना गद्दा कर रहा है।"


बिग बी ने आगे लिखा है, जब इच्छा और उसके असर की ताकत कम हो जाती है। फिर कोई खुद के लिए और दूसरों के लिए उस उदासी से जूझने के लिए चुनौती देने और उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए खड़ा होगा। तब उस अकेले इंसान की शक्ति का पता चलेगा। शक्ति को अब तक कोई नहीं समझ पाया, सिवाय अपने आपके। यह पत्थर पर लिखी बात है। अंत में यह मैं रहूंगा, कोई दूसरा नहीं।

 

अंत में लिखी बाबूजी की भावुक पंक्ति

बिग बी ने ब्लॉग के आखिर में बाबूजी डॉ. हरिवंशराय बच्चन की कविता 'क्या करूं संवेदना लेकर तुम्हारी' की पंक्ति 'उस नयन से बह सकी कब इस नयन की अश्रु-धारा?' लिखी है। उनके मुताबिक, इच्छाओं को महसूस करने, ठुकराने, अधिग्रहण करने और भंग करने के लिए कोई और नहीं, बल्कि स्वयं जिम्मेदार हैं।

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