थरूर ने सोशल मीडिया मंच X पर एक समाचार रिपोर्ट साझा करते हुए लिखा, “मुझे उम्मीद है कि केरल सरकार अपनी इस ग़लत उदारता पर पुनर्विचार करेगी, खासकर जब तुर्की का दो साल बाद का व्यवहार देखा जाए! और वायनाड के लोगों को इन दस करोड़ रुपये का बेहतर उपयोग मिल सकता था।”
CPM का जवाब:
थरूर की टिप्पणी पर सीपीएम सांसद जॉन ब्रिटास ने तुरंत पलटवार करते हुए लिखा, “शशि थरूर का सम्मान करता हूं, लेकिन उनकी टिप्पणी 'चयनात्मक भूल' का प्रतीक है।”
उन्होंने आगे लिखा, “यह हास्यास्पद और हैरान करने वाला है कि उन्होंने केरल को क्यों निशाना बनाया, जब उन्हें अच्छी तरह से पता है कि केंद्र सरकार ने खुद 'ऑपरेशन दोस्त' शुरू कर तुर्की की मदद की थी। केरल की आलोचना बिल्कुल अनावश्यक है।”
पृष्ठभूमि:
बता दें कि तुर्की ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान पाकिस्तान का समर्थन किया था, जिसके बाद भारत में तुर्की के खिलाफ जनभावनाएं उभर आई थीं। कई व्यापार संगठनों ने तुर्की के उत्पादों का बहिष्कार किया, भारतीय पर्यटकों ने तुर्की को यात्रा सूची से हटा दिया और तुर्की की कई कंपनियों को भारत से बाहर कर दिया गया है।
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