केंद्र सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण पर लोगों की राय जानने के लिए देश में एक टेलीफोनिक सर्वे करेगी। दरअसल, केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस संक्रमण पर लोगों की राय जानने के लिए मंगलवार को बड़ा फैसला लिया। सरकार के मुताबिक, देश में एक टेलीफोनिक सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे के जरिए संक्रमण के लक्षणों और उसके प्रसार पर लोगों की राय जानी जाएगी। लोगों के मोबाइल फोन पर 1921 से फोन किया जाएगा और कोरोना को लेकर उनसे सवाल-जवाब किए जाएंगे।

 

 

देश में कोरोनावायरस मरीजों की संख्या मंगलवार को 20 हजार के पार पहुंच गई है। आज 1461 नए मरीज सामने आए। इसके साथ संक्रमितों की संख्या 20,081 हो गई। यह लगातार चौथा दिन है, जब 1 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिले। एक दिन पहले 1239 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 19 अप्रैल को 1580, 18 अप्रैल को 1371 नए केस सामने आए थे। महाराष्ट्र में मंगलवार को सबसे ज्यादा 552, उत्तर प्रदेश में 153, गुजरात में 112, राजस्थान में 159 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं।

 

 


गृह मंत्रालय ने बंगाल सरकार को कहा- केंद्र के काम में दखल ना दें

पश्चिम बंगाल में केंद्र की तरफ से इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम (आईएमसीटी) भेजे जाने पर मंगलवार को विवाद बढ़ गया। ममता सरकार ने आईएमसीटी की टीम को कोरोना प्रभावित इलाकों में जाने से रोक दिया। टीम के अगुआ और रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता अपूर्वा चंद्रा ने कहा कि सरकार हमसे कह तो रही है कि हम सहयोग करेंगे, लेकिन हमें आए हुए एक दिन हो गया है और हम केवल दो जगहों पर जा पाए हैं।

 

 

टीम को रोके जाने के बंगाल सरकार के कदम पर गृह मंत्रालय ने ऐतराज जताया है। गृहमंत्रालय ने निर्देश दिए कि राज्य सरकार केंद्र के काम में दखलंदाजी ना करे। इस टीम को भेजे जाने पर ममता बनर्जी ने सोमवार को ही ऐतराज जाहिर किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था कि इस टीम को भेजे जाने की वजह बताएं, वरना वे इसे आने की इजाजत नहीं देंगी।

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