बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जानकारी दी कि बिहार सरकार 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोरोनोवायरस से मुक्त टीकाकरण अभियान चलाएगी। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम के बाद, अब बिहार ने भी 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए मुफ्त कोविद टीकाकरण की सुविधा देने की घोषणा की है।

राज्य में कोरोना के मामले रिकॉर्ड बना रहे हैं। बुधवार को राज्य में 12,222 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। इससे पहले मंगलवार को 10,455 मरीज मिले थे। राज्य में जहां नए मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं रिकवरी रेट कम होता जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सूबे में पिछले 24 घंटे में 12,222 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। पटना सहित सात जिलों में 500 से अधिक नए संक्रमित मिले हैं। पटना में सर्वाधिक 2919 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। जबकि औरंगाबाद में 500, बेगूसराय में 587, भागलपुर में 526, गया में 861, सारण में 636 और पश्चिमी चंपारण में 516 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई। राज्य में एक दिन में 1 लाख 5 हजार 380 सैंपल की जांच की गई।

बड़ी संख्या में डॉक्टर और मेडिकल स्टॉफ संक्रमित
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की जद में बड़ी संख्या में डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी आ रहे हैं। इससे पटना के बड़े अस्पतालों में जांच व इलाज प्रभावित हो रहा है। 90 प्रतिशत स्टाफ संक्रमित होने के बाद कई निजी क्लीनिक और अस्पतालों का संचालन मुश्किल होने लगा है। कई बंद होने की कगार पर हैं।

उधर, पटना एम्स में 384 डॉक्टर-स्टाफ संक्रमित हुए हैं। इसमें से कुछ ठीक हो चुके हैं। बावजूद वर्तमान में14 फैकल्टी, 30 रेजीडेंट  व 90 स्टाफ संक्रमित हैं। इससे एम्स में ओपीडी और कोविड उपचार प्रभावित हो रहा है। इसी तरह पीएमसीएच में प्राचार्य सहित 30 डॉक्टर व 49 कर्मियों के संक्रमित होने से जांच और इलाज प्रभावित हो गया है।

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