तमिलनाडु के कोयंबटूर में बुधवार को ट्रैफिक पुलिस को वर्दी पर लगाए जा सकने वाले कैमरे बांटे गए। इनके जरिए ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले लोगों के वीडियो फुटेज मौके पर रिकॉर्ड कर जारी किए जा सकेंगे और उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। पुलिस को ये कैमरे सड़क हादसों की रोकथाम के लिए काम करने वाले एनजीओ उइर ने बांटे हैं।
डिवाइस में इंटरनेट कनेक्शन भी दिया गया
शहर के पुलिस कमिश्नर सुमित शरण ने यह कैमरे एनजीओ उइर से अपने ऑफिस में लिए। फिलहाल करीब 70 कैमरे पुलिसकर्मियों को दिए गए हैं। इनमें से 20 डिवाइस में इंटरनेट कनेक्शन के लिए सिम कार्ड लगाए गए हैं, जिससे कुछ पुलिसकर्मियों के कैमरे लगातार कंट्रोल रूम में फुटेज भेजते रहेंगे। एक कैमरा करीब आठ घंटे तक वीडियो सीधा टेलिकास्ट कर सकेगा। इन्हें सड़क पर होेने वाले प्रदर्शन और सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी इस्तेमाल किया जाएगा। इनके फुटेज ऑनलाइन भी मौजूद होंगे।
भ्रष्टाचार रोकने में कारगर होगी यह तरकीब
कमिश्नर शरण के मुताबिक, इन कैमरों के जरिए ट्रैफिक पुलिस के कामों में पारदर्शिता बढ़ेगी। इससे भ्रष्टाचार पर भी रोकथाम लगेगी। पुलिसकर्मी जो कुछ भी करेंगे, वह सीधा कैमरे में रिकॉर्ड होगा। इससे पुलिस ज्यादातर बेकार की बहसों में पड़ने से बचेगी और नियम तोड़ने वालों पर सही जुर्माने की भी जानकारी मिलेगी। ट्रैफिक पुलिस पहले ही सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए 14,100 मामले दर्ज कर चुकी है।
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